Friday, 13 June 2014
नशा
Saturday, 25 January 2014
जिंदगी कब लाईफ बन गयी पता ही नहीं चला..
अभी थोडी देर पहले ही तो बचपन मुझे जवानी के घर छोड़ने आया था..
तब जो जीते थे, जिंदगी तो वही थी.. अब जो है उसे तो लोग बाग़ लाईफ कहते है.. पर फर्क दोनों में कुछ भी नहीं..
पहले हम इससे खेलते थे अब ये हमसे खेलती है..
ज़िन्दगी का फेवरेट गेम छुपम छुपाई..
#जिंदगी_१६mm
"खोया खोया सा रहता हू आजकल..
जबसे तुझे देखा है किसी और के साथ..
ज़िंदगी तू इतनी बद्चलन क्यो है.."
#हिमांशू_जी
Wednesday, 15 January 2014
हिमांशू_जी
मुझे मालुम है कुछ लोग मुझसे खुश नही रहते , क्यूंकि
मै ज्यादा अच्छा नही हूं
पर
कुछ लोग है जो मुझे दिल से करीब मानते है, और मुझसे प्यार करते हैं
क्यूंकि
वो जानते है मेरी इस छोटी सी हंसी और छोटी सी खुशी में कहीं तो एक अपनापन _एक सच्चाई छुपी है
एक विजन रखो, बड़ा सोचो, Naysayers को इगनोर करो, कठोर परिश्रम करो और दुनिया को कुछ वापस दो…बदलो इस दुनिया को. क्योंकि अगर हम नहीं तो और कौन? ...
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" फुरसत तो बहुत थी , देश के लिए .... पर जब पेट भर गया ...... तो नींद सी आ गई .......!!.
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दोपहर तक बिक गया बाजार का हर एक झूठ , और मैं एक सच लेकर शाम तक बैठा रहा .....